जांच रिपोर्ट

भिलाई स्टील प्लांट में 9 अक्टूबर को हुए हादसे की जाँच रिपोर्ट

सेंटर आँफ स्टील वर्कर्स (संबद्ध ऐक्टू) की एक जाँच टीम ने 9 अक्टूबर, 2018 को कोक ओवन की बैटरी-11 में डी-ब्लाकिंग के दौरान हुए हादसे की जाँच की. इस हादसे में अभी तक 14 कर्मियों की मौत हो चुकी है तथा गंभीर रूप से घायल हुए 9 कर्मियों का ईलाज चल रहा है जिनमें से 3 कर्मियों की स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है.

जाँच टीम ने घटना-स्थल का दौरा किया, कर्मियों से बातचीत की और मृतक व घायल कर्मियों के परिवार वालों से मुलाकात की.

सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स की जांच टीम ने ब्लास्ट फरनेस में हुई दुर्घटना की जांच की

सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स की एक जांच टीम ने 9 अगस्त को भिलाई स्टील प्लांट के ब्लास्ट फरनेस-4 और 5 की स्लैग डिस्पेच रूट की गैलरी सी-5 का लगभग 20 मीटर हिस्सा के गिर जाने की घटना की जांच की. जांच टीम में श्याम लाल साहू, बृजेंद्र तिवारी और घनश्याम त्रिपाठी शामिल थे.

हजारीबाग एरिया की कोलियरी में हुई दुर्घटना की जांच के लिये गई सीएमडब्लूयू की जांच टीम

सीसीएल के हजारीबाग एरिया स्थित नार्थ तापिन कोलियरी में 21 जुलाई 2018 को हुई दुर्घटना की जांच के लिये ऐक्टू से संबद्ध कोल माइंस वर्कर्स यूनियन की एक तीन-सदस्यीय जांच टीम ने केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य जगरनाथ उरांव की अगुवाई में दुर्घटना स्थल का दौरा किया और घायलों एवं मारे गए मजदूरों के परिजनों से मुलाकात की. जांच टीम के अन्य सदस्य थे - कुजू एरिया के सचिव महादेव मांझी एवं केंद्रीय कमेटी सदस्य शिव शंकर उरांव. इस हादसे में चार कोयला श्रमिकों की मौत हो गई और चार श्रमिक घायल हुए.

थूथुकुडी पुलिस फायरिंग एआइपीएफ जांच दल की रिपोर्ट

(हमने ‘श्रमिक सॉलिडैरिटी के पिछले अंक में थूथुकुडी जनसंहार के बारे में छोटी सी रिपोर्ट छापी थी. जनसंहार के बाद थूथुकुडी जाने वाली पहली फैक्ट-फाइंडिंग (जांच) टीम एआइपीएफ (ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम) की थी. प्रस्तुत है इस अंक में उस फैक्ट-फाइंडिंग टीम की संक्षिप्त में रिपोर्ट. अभी जब यह अंक प्रेस में जाने को तैयार है, थूथुकुडी से बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ्तार करने की खबरें आ रही हैं, जिनमें मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै बेंच के वकील एस वांचीनाथन, जो पीपुल्स राइट्स प्रोटेक्शन सेंटर के स्टेट कोओर्डिनेटर भी हैं, और जिन्होंने स्टरलाइट-विरोधी प्रदर्शन समूहों और जनता के कई केस लड़े हैं.

बवाना हादसा - ऐक्टू जांच टीम की रिपोर्ट 17 नहीं 40 मजदूरों की मरने की है आशंका

जनवरी 22, 2018 को ऐक्टू की टीम ने बवाना औद्योगिक क्षेत्र के एफ-83 स्थित फैक्ट्री का दौरा किया और कई मजदूरों के परिवारवालों से मुलाकात की. टीम में शामिल साथी थे: अभिषेक, श्वेता, वीकेएस गौतम, सतबीर श्रमिक, अजय कुमार और प्रेमपाल चैटेला. फैक्ट्री के पास काम करनेवाले मजदूरों से बात करने पर कई सारी बातें सामने आयीं:

गोपालगंज, बिहार चीनी मिल हादसा

भाकपा-माले और ऐक्टू ने गोपालगंज चीनी मिल हादसे को बेहद दर्दनाक बताया है और मृतक परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है. साथ ही यह भी कहा है कि जिन लोगों की गलतियों से इतना बड़ा हादसा हुआ, उनपर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.