कामरेड नवीन को लाल सलाम!

कामरेड नवीन को लाल सलाम!

नक्सलवादी आंदोलन की पहली पीढ़ी के नेता का. नवीन (शिवकुमार) का 78 वर्ष की उम्र में गत 6 दिसंबर को रूपौली (पूर्णिया) के आजोकोपा में निधन हो गया. वे मूलतः पटना जिले के बाढ़ के रहने वाले थे.

का. नवीन 70-दशक में नक्सलबाड़ी आंदोलन से प्रभावित होकर भाकपा-माले के पूर्णकालिक कार्यकर्ता के बतौर काम करने लगे और चारु मजूमदार की क्रांतिकारी लाइन पर मजबूती से डटे रहे. वे दो बार जेल ब्रेक अभियान (1974 में पटना और 1976 में भागलपुर) में शामिल रहे और दोनों बार बच निकले. इस अभियान में कोई दर्जन साथियों की शहादत हुई थी.

का. नवीन 1974 में नवादा-बिहार आंचलिक कमेटी के सदस्य चुने गये एवं 1978 में पूर्वी बिहार आंचलिक कमिटी के भी सदस्य रहे. उन्होंने कुछ दिनों तक पूर्णिया, नवगछिया, भागलपुर, नालंदा आदि जिलों में भी पार्टी कार्य की जिम्मेवारी संभाली थी. 1987 से लेकर 2015 तक वे नवादा जिला कार्यालय सचिव की भूमिका रहे. 2015 में स्वेच्छा से वे पूर्णिया के रूपौली में रहने लगे थे