कर्मचारी नेताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन

कर्मचारी नेताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन

बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) व बिहार राज्य अनुबन्ध-मानदेय नियोजित सेवाकर्मी संयुक्त मोर्चा के आहृान पर इससे जुड़े कई संगठनों के सैकड़ों कर्मियों ने लोकप्रिय कर्मचारी व मजदूर नेता रामबली प्रसाद सहित गिरफ्तार सभी नेताओं को बिना शर्त अविलम्ब रिहा करने, एएनएम पर से फर्जी मुकदमा वापस लेने व एएनएम (आर) की मांगों पर सम्मानजनक वार्ता कर उनकी न्यायोचित मांगों को पूरा करने के मुद्दे पर राजधानी पटना में 24 दिसंबर 2017 को आक्रोशपूर्ण मार्च निकाला और गर्दनीबाग में मुख्यमंत्री का पुतला फूंका.

यह मार्च 2 बजे गेट पब्लिक लाइब्रेरी, गर्दनीबाग से निकाला गया जो गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल तक गया जहां मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शामिल एएनएम नर्स, गोप गुट से जुड़े सरकारी कर्मी व अन्य संविदाकर्मी ‘नीतीश कुमार, शर्म करो; वार्ता के बहाने नेताओं को गिरफ्तार करना बन्द करो; एएनएम (आर) की सभी मांगें अविलम्ब पूरा करो; फर्जी मुकदमा वापस लो’ आदि नारे लगा रहे थे.

आक्रोश मार्च और पुतला दहन के बाद महासंघ (गोप गुट) के महासचिव प्रेमचन्द कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में हुई सभा को ऐक्टू राज्य महासचिव आरएन ठाकुर, अनुबन्ध-मानदेय संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष सह ऐक्टू राज्य सचिव रणविजय कुमार, एएनएम (आर) संघ की महासचिव सुनीता कुमारी, कार्यपालक सहायक सेवा संघ अध्यक्ष आशीष कुमार, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर संघ नेता रितेश कुमार, आवास योजना संघ नेता मो. राहिल, आईटीआई कर्मचारी संघ अध्यक्ष विनय कुमार, एड्स कंट्रोल कर्मचारी संघ उपाध्यक्ष नवल सिंह व फखरे आलम, चकबन्दी कर्मचारी संघ महामंत्री चन्द्रकिशोर प्रसाद, एनएफटीई बीएसएनएल के प्रांतीय सह सचिव रामलखन चैधरी, महासंघ (गोप गुट) पटना जिला के सम्मानित अध्यक्ष रामसागर यादव, पीएमसीएच कर्मचारी संघ के महासचिव कृष्णनंदन सिंह, सोन कमांड कर्मचारी संघ अध्यक्ष शत्रुघन प्रसाद सिंह, प्रारम्भिक शिक्षक संघ नेता शिशिर कुमार पांडेय आदि नेताओं ने संबोधित किया.

उक्त नेताओं ने सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार पर बदले की भावना से एएनएम (आर) आंदोलन को कुचलने और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर झूठ बोलने व वार्ता के लिए आमंत्रित कर रामबली प्रसाद सहित अन्य नेताओं को गिरफ्तार करवाने व उन पर फर्जी मुकदमा लादने का आरोप लगाया. नेताओं ने कहा कि एएनएम (आर) की मांगों के मामले में मंगल पांडेय चारों तरफ से घिर चुके हैं अतः वे इस आंदोलन को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं. नेताओं ने नीतीश-भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि यह सरकार मध्यप्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार के रास्ते पर आगे बढ़ रही है जिसने चर्चित मजदूर नेता शंकर गुहा नियोगी को वार्ता में बुलाकर उनकी हत्या करवा दी थी. नेताओं ने रामबली प्रसाद व अन्य नेताओं की रिहाई होने तक आगामी 26 दिसंबर से सभी सरकारी-संविदाकर्मी व शिक्षकों से काला बिल्ला लगाकर कार्य करने का आहृान किया. नेताओं ने यह भी ऐलान किया कि अगर रामबली प्रसाद को बिना शर्त अविलंब रिहा नहीं किया गया तो राज्य के सभी कर्मी जिलाधिकारी कार्यालय को ठप करेंगे.

इसी दिन भागलपुर में ऐक्टू व अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) ने जिला पदाधिकारी के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन स्थानीय स्टेशन चैक पर होना था, किन्तु ऐन वक्त पर भागलपुर सदर एसडीओ ने इस पर रोक लगा दी. प्रदर्शन का नेतृत्व ऐक्टू के जिला सचिव मुकेश मुक्त व महासंघ के जिला सचिव श्यामनंदन सिंह ने किया.