ऑल इंडिया हेल्थ इंप्लाईज एन्ड वर्कर्स कन्फेडरेशन के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मियों की दिल्ली में 21 दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल

ऑल इंडिया हेल्थ इंप्लाईज एन्ड वर्कर्स कन्फेडरेशन के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मियों की दिल्ली में 21 दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल 

देश भर के स्वास्थ्य कर्मियों के प्रतिनिधियों द्वारा दिनांक 7 नवंबर से 28 नवंबर तक 21 दिवसीय लंबी क्रमिक हड़ताल का आरएमएल अस्पताल के सामने आयोजन किया गया और 28 नवंबर को रैली एवं सभा के साथ भूख हड़ताल का समापन किया गया. रैली का नेतृत्व कन्फेडरेशन के चेयरमैन का. राणा एवं सेक्रेटरी जनरल राम किशन आदि ने किया. इस भूख हड़ताल में कन्फेडरेशन से जुड़ी विभिन्न यूनियनों ने देशभर से हिस्सेदारी की, जिनमें प्रमुख थींः हिमाचल प्रदेश की सीआरआई कसौली, एनटीआई, एवं निमहांस, बंगलूरू, जिपमेर (पांड़ीचेरी), सीआईपी (रांची), निरतार एवं आरएलटीआई (ओडीसा), हाइजीन संस्थान एवं सीरोलाॅजी (कोलकाता), आरएलटीआरआई (बाकुस), रीहैब्लीटेशन अस्पताल (मुंबई), राज्य स्वास्थ्य इकाई (झारखंड, बिहार एवं महाराष्ट्र), दिल्ली से आरएमएल हस्पताल, सीजीएचएस, एनडीएमसी, सफदरजंग, लाला राम स्वरूप टीबी अस्पताल, एचटीसी (नजफगढ़), आरके कालेज आफ नर्सिंग, लेडी रीडिंग हेल्थ स्कूल, कलावती अस्पताल आदि. स्वास्थ्य कर्मियों के इस आन्दोलन को  ऐक्टू समेत कई संगठनों से सहयोग मिला.

कन्फेडरेशन की मांगे हैंः पीसीए सभी कर्मचारियों को देते हुए नॉन प्रेक्टिस एलाउंस की तरह मूल वेतन का हिस्सा बनाया जाए, ड्रेस एलाउंस को 10 हजार तक बढ़ाया जाए, ठेकाकरण को बंद किया जाए, ठेके के सभी कर्मचारियों को पक्का किया जाए, सभी रिक्त पद भरे जाएं एवं न्यूनतम वेतन 26 हजार किया जाए.

कन्फेडरेशन के सेक्रेटरी जनरल राम किशन ने सभा को संबोधित करते हुए आन्दोलन को और तेज करने का आह्वान किया.