अखिल भारतीय ठेका एवं अनियमित कामगार महासंघ के आहृान पर अखिल भारतीय मांग दिवस मनाया गया

Demand day Contract Workersअखिल भारतीय ठेका एवं अनियमित कामगार महासंघ के आहृान पर ठेका एवं अनियमित कामगारों के 9-सूत्री मांगपत्र को लेकर 22 सितंबर 2017 को ‘अखिल भारतीय मांग दिवस’ मनाया गया. इस पर देश के विभिन्न राज्यों से प्रधानमंत्री और केंद्रीय श्रम मंत्री को संबोधित ज्ञापन भेजे गये. इसमें प्रमुख मांगें थीं - प्रोत्साहन राशि आधारित नियोजन प्रथा को समाप्त किया जाय और इनमें नियोजित कर्मियों को तुरंत नियमित किया जाय; सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के आलोक में वार्षिक वेतन वृद्धि सहित ‘समान काम के लिये समान वेतन’ (न्यूनतम 20,000रू. मासिक) की गारंटी की जाय; ठेका श्रम उन्मूलन एवं विनियमन कानून (क्लारा) के नियम-25 को निरस्त करने के लिये सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई को बंद किया जाय; और श्रम कानूनों में किये जा रहे मजदूर-विरोधी, मालिक-परस्त संशोधनों को निरस्त किय जाय.

इस मांग दिवस के अवसर पर दुर्ग, छत्तीसगढ में स्थानीय जिलाध्यक्ष के कार्यालय के समक्ष विशाल प्रदर्शन आयोजित किया गया. प्रदर्शन मे मुख्यतः सफाई कामगारों ने भागीदारी की. यहां हुई सभा को महासंघ के राज्य संयोजक जयप्रकाश नायर, और अन्य ऐक्टू नेताओं श्यामलाल साहु, बृजेंद्र तिवारी आदि ने संबोधित किया. उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें रेलसे, स्टील, सफाई तथा हाउस कीपिंग के काम करने वाले ठेका कामगारों ने भागीदारी की. सम्मेलन को ऐक्टू के राज्य अध्यक्ष एन.के. मोहंती, महासचिव राधाकांत सेठी, ऐक्टू सचिव महेंद्र परिदा और भाकपा-माले के सचिव युधिष्ठिर महापात्रा ने संबोधित किया. बिहार में मांग दिवस पटना, दरभंगा, मधुबनी, मुंगेर, वैशाली आदि कई जिलों में आयोजित किया गया. दरभंगा मे आयोजित मार्च का नेतृत्व संयुक्त मोर्चा के सम्मानित अध्यक्ष नंदन कुमार ने किया.