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‘बिहारशरीफ नगर निगम कामगार यूनियन’’ द्वारा कन्वेंशन का आयोजन

28 जून को ‘‘बिहारशरीफ नगर निगम कामगार यूनियन’’ (संबद्ध ऐक्टू) द्वारा नालन्दा के टाउन हॉल में कन्वेंशन का आयोजन किया गया. यह कन्वेंशन निकाय कर्मियों के संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर मुख्यमंत्री के समक्ष बिहार के सफाईकर्मियों के 30 जुलाई को आहूत राज्यस्तरीय प्रदर्शन और 20 अगस्त से होने वाली अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारियों के क्रम में आयोजित किया गया था.  

बिहार के नगर निगमों में सफाई मजदूरों की जीत

बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ (संबद्ध ऐक्टू) के नेतृत्व में राज्य के सफाई कर्मचारियों ने कई नगर निगमों में न्यूनतम मजदूरी में बढ़ोतरी सहित कई मांगें हासिल की हैं.

ऐक्टू के नेतृत्व में बंगलौर जल आपूर्ति कर्मियों की जीत

ऐक्टू के नेतृत्व में बंगलौर जल आपूर्ति (बीडब्लूएसएसबी) के सैकड़ों कर्मियों ने श्रमायुक्त कार्यालय के समक्ष 13 अगस्त को जुझारू प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन धरने पर जाने की चेतावनी दी जिससे बंगलौर में जल आपूर्ति प्रभावित होनी शुरू हो गई. प्रदर्शनकारी मजदूर  

मासिक न्यूनतम मजदूरी के बतौर 15,121रू., बोनस और समान काम के लिये समान वेतन की मांग कर रहे थे. श्रम कार्यालय द्वारा 17 अगस्त को वार्ता करने के लिये नोटिस जारी किया गया जिसे मजदूरों ने नकार दिया और तत्काल वार्ता की मांग की जिसके दबाव में वार्ता का दिन 14 अगस्त तय किया गया.

ऑल इंडिया म्युनिसिपल वर्कर्स फेडरेशन का दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न

ऑल इंडिया म्युनिसिपल वर्कर्स फडरेशन (एआईएमडब्लूएफ-संबद्ध ऐक्टू) का दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन 25 अगस्त 2018 को पुणे महानगरपालिका कर्मचारी यूनियन के कार्यालय, श्रमिक भवन, शिवाजी नगर (का. ए.डी. भोसले नगर, का. स्वपन मुखर्जी सभागार एवं का. डी.पी. बक्शी मंच) में सम्पन्न हुआ.

बिहार के स्थानीय निकाय कर्मचारियों का विशाल प्रदर्शन

बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ (संबद्ध ऐक्टू) के नेतृत्व में नगर निकायों में कार्यरत कर्मचारियों ने हजारों की संख्या में मंत्री, नगर विकास एवं आवास विभाग के समक्ष अपनी 12-सूत्री मांगों के लिए 10 जुलाई 2018 को आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में सफाई कर्मियों की उल्लेखनीय भागीदारी रही और साथ ही बड़ी संख्या में महिला कर्मी भी शामिल थीं. इस प्रदर्शन में 22 निगमों, परिषदों और पंचायतों से करीब 2500 सफाई कर्मी शामिल हुए जिनमें दरभंगा, बिहार शरीफ, मुजफ्फरपुर, रक्सौल, पटना, समस्तीपुर, दलसिंह सराय, लखीसराय, गया, मोतीहारी, ढाका से अच्छी भागीदारी रही.  

पटना नगर निगम कामगार यूनियन का 18वां सम्मेलन

10 जून 2018 को ‘पटना नगर निगम कामगार यूनियन’ का 18वां सम्मेलन पटना सिटी नगर निगम अंचल कार्यालय कैंपस हॉल में आयोजित हुआ. शहीद का. टेशलाल वर्मा की शहीद वेदी पर फूल चढ़ाने और मजदूर संघर्षों में शहादत दिए शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखने के साथ सम्मेलन की कार्यवाही शुरू हुई. श्यामलाल प्रसाद, देवानन्द राम, रमता सिंह, चिदानन्द यादव और मसूद मियां के अध्यक्षमंडल ने सम्मेलन की अध्यक्षता की. सम्मेलन को विशिष्ट अतिथि ऐक्टू के राज्य महासचिव आर.एन. ठाकुर के साथ ही ऐक्टू के राज्य अध्यक्ष श्यामलाल प्रसाद, मंगल राम, तुफानी राम, सत्येंद्र सिंह आदि ने संबोधित किया.

बंगलौर नगर निगम के ठेका सफाई कर्मियों ने निगम कार्यालय का घेराव किया

बंगलौर नगर निगम के हजारों ठेका सफाई कर्मियों ने ऐक्टू से संबद्ध ‘बीबीएमपी गुट्टिका पोवराकार्मिका संगठन’ के नेतृत्व में 5 जून 2018 को पिछले पांच महीने के वेतन के भुगतान की मांग पर और छंटनी की धमकी के खिलाफ निगम कार्यालय पर घेरा डाल दिया.

मजदूर-विरोधी, जन-विरोधी फासीवादी मोदी सरकार को हटाने के संकल्प के साथ मई दिवस के अवसर पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित किये गये

अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर देश भर में ऐक्टू और भाकपा-माले ने रैलियों, जुलूस और सभाओं के रूप में विविध आयोजन किए और मजदूर-विरोधी, जन-विरोधी व राष्ट्र-विरोधी फासीवादी संघ-भाजपा निजाम को शिकस्त देने का संकल्प लिया. पिछले अंक में समय की कमी के चलते हम इनकी रिपोर्ट नहीं दे सके. इस अंक में प्रस्तुत है मई दिवस कार्यक्रमों की सक्षिप्त में रिपोर्ट.

ठेका सफाई मजदूरों का बंगलूरू में विरोध् प्रदर्शन

बंगलूरू के आर.आर. नगर ज़ोन में 16 अप्रैल को पैराकार्मिकों (ठेका सफाई मजदूर) ने अपने वेतन को लेकर एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया. इन पैराकर्मिकों को तीन महीने से ज्यादा से वेतन नहीं मिला है.

बृहत बंगलूरू महानगर पालिके (बी.बी.एम.पी) ने जनवरी 2018 में, ठेकेदारी व्यवस्था को खत्म करके पैराकर्मिकों को नियमित किया था. वर्तमान व्यवस्था में, कामगारों को सीधा सरकार भुगतान करती है लेकिन लंबे समय से ये भुगतान नहीं किया गया है, और उनके पास सड़कों पर उतरने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था.