हरियाणा में बंधुआ भट्ठा मजदूरों को रिहा करवाया गया

हरियाणा प्रदेश लाल झंडा भट्ठा मजदूर यूनियन (संबद्ध ऐक्टू) के नेतृत्व में चले लंबे संघर्ष की बदौलत किठाना स्थित ओम शांति ईंट भट्ठा कम्पनी, सैंडिल रोड़ में पिछले 10 दिन से बन्धित भट्ठा मजदूरों, जो अधिकतर दलित समुदाय से आते हैं, को 27 जून 2019 को रिहा करवाया गया. साथ ही, किठाना के एक भट्ठे तथा जींद जिले के छातर गाँव के भट्ठे पर से मजदूरों की 3 लाख 16 हजार रूपये की बकाया राशि को दिलवाया गया. इस दौरान तहसीलदार सुभाष चंद, एएलसी विश्वप्रीत हुड्डा और एसएचओ, किठाना समेत प्रशासनिक दल मौजूद था. ऐक्टू की ओर से विनोद धड़ौली, ओमप्रकाश आर्या और सुखविंदर सिंह मौजूद थे. इस संघर्ष की अगुवाई ऐक्टू नेता प्रेम सिंह गहलावत ने की. फिर 1 जुलाई को करनाल जिला स्थित परमाल ब्रिक्स् कंपनी से 11 मजदूरों को उनकी वेतन अदायगी करवाकर उन्हें रिहा करवाया गया.  

ज्ञात हो कि हरियाणा राज्य में कार्यरत भट्ठा मजदूर बदतर हालातों में जी रहे है. भट्ठा मालिक मजदूरों को धमकियां देकर बगैर काम का हिसाब किए मजदूरों को डरा-धमका कर भगा देते हैं. जनवरी में हांसी, मई में रोहतक, जून में कुरुक्षेत्र तथा अब कैथल जिले के किठाना तथा जींद के छातर गाँव की घटनाएं भट्ठा मालिकों की सरेआम गुंडागर्दी को दर्शाती हैं. इन तमाम क्षेत्रों में ईंट भट्ठा मजदूरों के सवालों पर हरियाणा प्रदेश लाल झंडा भट्टा मजदूर यूनियन संघर्षरत है.