सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन

सीसीएल प्रबंधन के इशारे पर कोल माफियाओं द्वारा मजदूरों को रोजगार एवं मजदूरी से वंचित रखने के खिलाफ सिरका महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष दुर्गा मंडप में 25 जनवरी को सैंकड़ों मजदूरों ने ऐक्टू और भाकपा-माले के नेतृत्व में प्रदर्शन किया. प्रदर्शन की अगुवाई भुनेश्वर बेदिया, पचु राणा, सोहराय किस्कू, जयनंदन गोप, धनेलाल बेदिया, देवकीनंदन बेदिया, लाली बेदिया एवं बसी खान ने की.

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सिरका लोकल सेल में अब स्पष्ट हो गया है कि मजदूरों का दुश्मन कौन है? 1978 से सिरका लोकल सेल चल रहा है. 1990 में भाकपा-माले के बैनर तले सात दिनों तक रामगढ़, हजारीबाग जिला के कोयलांचल में पेलोडर मशीनीकरण के खिलाफ चले आंदोलन के परिणामस्वरूप कुजू में त्रिपक्षीय वार्ता में समझौता हुआ था कि पेलोडर बंद कर हैंडलोडिंग द्वारा लोकल सेल के माध्यम से रोजगार दिया जाएगा. तब से सेल संचालन कमेटी बनाकर चलाया जा रहा था, लेकिन इधर 20 मार्च 2018 से सीसीएल प्रबंधन एवं कोयला माफिया तिवारी महतो ने सारे नियमों व समझौते को ताक पर रख कर गुंडागर्दी करते हुए पेलोडर मशीनीकरण चालू कर दिया है तथा मजदूरों की मजदूरी हड़प ली है. वक्ताओं ने सीसीएल प्रबंधन एवं तिवारी महतो के गंठजोड़ के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई छेड़ने का आहृान किया. - लक्ष्मण बेदिया