लखनऊ में हजारों ग्राम प्रहरियों ने भरी हुंकार

उ.प्र. ग्राम प्रहरी (चौकीदार) यूनियन व ऐक्टू के बैनर तले हजारों ग्राम प्रहरियों ने खुद को राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग को लेकर इको गार्डन, लखनऊ पर धरना-प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को संबोधित 5-सूत्रीय मांग पत्र दिया. धरने से ग्राम प्रहरियों ने बिहार प्रांत की भांति राज्य कर्मचारी का दर्जा दो, दस लाख का दुर्घटना बीमा कराओ, बेगारी कराना बंद करो, डेढ हजार रुपये में दम नहीं - 18 हजार से कम नही, वर्दी मे बदलाव करो, आदि मांगें उठाईं. धरना को संबोधित करते हुए उ.प्र. ग्राम प्रहरी यूनियन के प्रदेश संयोजक रामानंद पासवान ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने ग्राम प्रहरी  को बिहार राज्य की भांति चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी नहीं घोषित किया तो ग्राम प्रहरी भाजपा को 2019  के चुनाव में सबक सिखाएंगे. उन्होंने कहा कि आज तक महज डेढ हजार रुपये मानदेय दिया जाता है, थानों  में उत्पीड़न किया जाता है. ऐक्टू के प्रदेश अध्यक्ष हरि सिंह ने कहा कि ग्राम प्रहरियों को कम से कम 18 हजार रुपए मानदेय मिलना ही चाहिए, भाजपा सरकार केवल बेगारी चाहती है, ऐक्टू ग्राम प्रहरी को चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी घोषित कराने के लिए पूरी ताकत के साथ आप के आंदोलन का साथ देगा. ऐक्टू के कार्यकर्ता स्वयं गिरफ्तारी दे चुके हैं, आगे भी संघर्ष को समर्थन देते रहेंगे. धरने का संचालन प्रदेश सह संयोजक जितेंद्र यादव ने किया. कार्यक्रम को प्रमुख रूप से ऐक्टू के प्रदेश सचिव अनिल वर्मा, रामकिशोर वर्मा, जितेंद्र यादव, विजय विद्रोही ने संबोधित किया.
-कमल उसरी