सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स की वार्षिक आमसभा

12 अगस्त को भिलाई स्टील प्लांट में कार्यरत यूनियन सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स (संबद्ध ऐक्टू) की वार्षिक आमसभा सेक्टर-4 स्थित गुजराती भवन में संपन्न हुई. श्रम-संघर्षों में शहीद हुए साथियों की श्रद्धांजलि के साथ अशोक मिरी, आर.के. जायसवाल, हेमंत टंडन की अध्यक्षता और वरिष्ठ साथी शिवकुमार प्रसाद के आतिथ्य में कार्यक्रम की शुरूआत हुई. ए. शेखर राव पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित रहे. जनकवि वासुकि प्रसाद उन्मत्त द्वारा जनगीत की प्रस्तुति के उपरांत महासचिव श्याम लाल साहू ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और कोषाध्यक्ष बृजेंद्र तिवारी ने वार्षिक आय-व्यय का विवरण दिया. वार्षिक प्रतिवेदन में केंद्र व राज्य की सरकारों की मजदूर-विरोधी, जन-विरोधी नीतियों का पर्दाफाश करते हुए उसकी तीखी निंदा की गई.
प्रतिवेदन प्रस्तुति के बाद अतिथियों ने संक्षेप में अपने विचार रखते हुए वार्षिक आमसभा की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं, तत्पश्चात् प्रस्तुत प्रतिवेदनों पर चर्चा का दौर शुरू हुआ जिसमें कई साथियों ने भाग लिया और अपने सुझाव रखे. चर्चा उपरांत आये सवालों और सुझावों पर महासचिव ने अपने विचार रखे, फिर नई कार्यकारिणी में आये नामों पर चर्चा उपरांत नई कार्यकारिणी का गठन किया गया. अध्यक्ष और महासचिव अशोक मिरी और श्याम लाल साहू चुने गए. आर.पी. गजेंद्र और आर.के. जायसवाल उपाध्यक्ष, देवानंद चैहान और मुक्तानंद साहू सचिव; रूपेश कोसरे और हेमंत टंडन सहसचिव तथा बृजेंद्र तिवारी पुनः कोषाध्यक्ष चुने गए.

आमसभा में इस्पात कर्मियों के वेतन-समझौते पर लगाए गए अफोर्डेबिलिटी क्लाज को तत्काल हटाने और जल्द से जल्द वेतन-समझौते की प्रक्रिया शुरू करने,  एचआरए पर लगी रोक हटाने तथा बिना  किसी भेदभाव के इसे समान रूप से लागू करने तथा ठेका श्रमिकों से जुड़े तमाम मुद्दों सहित 20 सूत्रीय मुद्दों पर संघर्ष जारी रखने के प्रस्ताव लिया गया.