दिल्ली आशा कामगार यूनियन का प्रदर्शन

‘मानदेय में दम नहीं, न्यूनतम वेतन से कम नहीं’; ‘पक्की नौकरी, पूरा वेतन, हक और सम्मान’; सभी आशा कर्मियों को न्यूनतम वेतन के अनुरूप वेतन दिया जाए; आशा कर्मियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए; दिल्ली की सभी बसों में आशाओं के लिए फ्री बस पास की सुविधा हो - इन नारों और मांगो के साथ दिल्ली आशा कामगार यूनियन (संबद्ध ऐक्टू) द्वारा 5 जून 2018 को मुख्यमंत्री आवास पर धरना प्रदर्शन किया गया. इसमें विभिन्न इलाकों से आशा वर्कर्स ने हिस्सा लिया और अपनी मांगे बुलंद की. आशा वर्कर्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री आवास पर जाकर अपना ज्ञापन सौंपा और सरकार से साफ-साफ ये बात उठायी कि हमारी मांग न्यूनतम वेतन लागू करने की है और उससे कम पर कोई बात नहीं होगी, और आशा वर्कर्स के इस प्रस्ताव को दिल्ली सरकार विधानसभा में पारित करे. दिल्ली में कार्यरत सभी आशाओं को न्यूनतम वेतन के अनुरूप वेतन देने के साथ-साथ इनके लिए डीटीसी की बसों में पास की सुविधा लागू करने की मांग उठाई गई. ज्ञात हो कि इस प्रदर्शन से पूर्व एक अभियान चलाते हुए दिल्ली सरकार के कई विधायकों से मिलकर इन मांगों का ज्ञापन दिया गया था. आने वाले दिनों में लड़ाई और तेज करने के आहृान के साथ प्रदर्शन का समापन हुआ.

श्वेता