भिलाई स्टील प्लांट में दुर्घटनाओं में ठेका मजदूरों की मौतों के खिलाफ प्रदर्शन

सेंटर ऑफ स्टील वर्कर्स (सीएसडब्लू), संबद्ध ऐक्टू ने 14 मई की शाम को इक्विपमेंट चैक में भिलाई स्टील प्लांट के आईआर के समक्ष प्लांट व टाउनशिप में कार्यरत ठेका श्रमिकों के साथ हो रही घोर नाइंसाफी और प्लांट में घट रही दुर्घटनाओं में हो रही इनकी मौतों के खिलाफ प्रदर्शन किया. ज्ञात हो कि 7 से 9 मई, लगातार 3 दिन प्लांट में हुई दुर्घटनाओं में 3 ठेका मजदूरों की मौत हुई. प्रबंधन की आपराधिक लापरवाही के चलते प्लांट में दुर्घटनाएं आम हो चुकी हैं. प्रदर्शन के पश्चात आईआर के सहायक महाप्रबंधक को बीएसपी के सीईओ को संबोधित 8-सूत्री ज्ञापन सौंपकर व उनसे चर्चा कर समस्याओं के त्वरित निराकरण की मांग की गई.

ज्ञापन में निम्न मांगें उठाई गईंः

संयंत्र में सुरक्षा नियमों व श्रम कानूनों का सख्ती से पालन करते हुए ठेका श्रमिकों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाये और उन्हें नियमित रूप से सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराया जाये; ठेका श्रमिकों को बिना प्रशिक्षण दिए जोखिमपूर्ण कार्यों में न लगाया जाये; ठेका श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित करते हुए उन्हें हाजिरी कार्ड, वेतन पर्ची, पीएफ पर्ची, ईएसआई कार्ड आदि दिये जायें; ठेका श्रमिकों की भविष्य निधि में हो रही हेरा-फेरी पर पूर्णतः रोक लगाई जाय; श्रम-अधिकारों की बात करने व यूनियन की सदस्यता लेने पर ठेकेदारों द्वारा काम से निकालने की धमकी व गेटपास छीनने की कार्रवाई पर पूर्णतः रोक लगाई जाये; ठेका श्रमिकों के साथ ठेकेदारों के अभद्रतापूर्ण व्यवहार पर रोक लगाई जाये और महीने में 26 दिनों की ड्यूटी सुनिश्चित की जाये; प्रधान नियोक्ता होने के नाते कार्य के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटनाओं में ठेका श्रमिकों की मौत होने पर उनके एक आश्रित को प्लांट में स्थायी नौकरी सुनिश्चित की जाये; और तमाम ठेका श्रमिकों के वेतन का भुगतान महीने की 10 तारीख से पहले सुनिश्चित किया जाये.

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि कहाँ तो सरकार ने अच्छे दिन लाने का वादा किया था, लेकिन देशवासियों को और भी बुरे दिन देखने पड़ रहे हैं. सरकारी व सार्वजनिक क्षेत्रों का तेजी से निजीकरण किया जा रहा है और सब कुछ ठेके पर देकर श्रमिकों के श्रम की बेरहम लूट के बल पर कॉरपोरेट घरानों को बेशुमार मुनाफा कमाने की खुली छूट दी जा रही है. वक्ताओं ने प्लांट में हो रही दुर्घटनाओं पर गहरी चिंता जताई और सुरक्षा नियमों को तत्काल दुरूस्त करते हुए इन दुर्घटनाओं की रोकथाम की मांग की.

प्रदर्शन को ऐक्टू नेताओं श्याम लाल साहू, बृजेंद्र तिवारी, जयप्रकाश नायर, प्रभाकर दाते, रूपेश कोसरे और सांस्कृतिक कर्मी वासुकि प्रसाद उन्मत्त ने संबोधित किया.