श्रद्धांजलि

का. गणेश शंकर विद्यार्थी 

बिहार के चर्चित वामपंथी नेता गणेश शंकर विद्यार्थी का विगत 12 जनवरी 2021 को पटना के एक निजी नर्सिंग होम में निधन हो गया.  

उनका निधन कोरोना के चलते हुआ. वे 96 वर्ष के थे. उनकी अंत्येष्टि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पटना के बांस घाट पर की गई. 

कामरेड गणेश पासवान

कर्मठ मजदूर नेता कामरेड गणेश पासवान ने स्थानीय भीखनपुर (भागलपुर, बिहार) स्थित अपने किराए के कमरे में 29 दिसम्बर को सुबह करीब 6 बजे अपनी अन्तिम सांस ली. उनके निधन की खबर से मजदूर कतारों में शोक की गहरी लहर दौड़ गयी. सैकड़ों मजदूरों ने उनके निवास स्थान पर पहुंच कर शोक जताया.

कामरेड अनंतराम बाजपेई

वरिष्ठ मजदूर नेता कामरेड अनंतराम बाजपेई का 85 वर्ष की आयु में 29 दिसंबर 2020 को सुबह 4 बजे निधन हो गया. वे वर्ष 1982 में स्थापित कानपुर टेक्सटाइल मजदूर एकता मंच के संस्थापक अध्यक्ष थे और अपने अंतिम समय तक रहे. वे सन् 1980 से उत्तर प्रदेश टेंपो-टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष रहे और उन्होंने टेंपो-टैक्सी कर्मियों की बड़ी-बड़ी लड़ाइयों को नेतृत्व दिया. ये दोनों यूनियनें बाद में ऐक्टू से संबद्ध हुईं. वे कानपुर के ऐतिहासिक रेल रोको आंदोलन में नेतृत्वकारी भूमिका में रहे. वे ऐक्टू के राष्ट्रीय पार्षद भी रहे. उन्होंने अपना पूरा जीवन मेहनतकश जनता के अधिकारों को बुलंद करने के लिए  समर्पित कर दिया.

कामरेड नेक सिंह और कामरेड के.सी. वर्मा

दिल्ली के कामरेड नेक सिंह और कामरेड के.सी. वर्मा ऐक्टू से जुड़े हुए पुराने साथी थे. उनका अक्तूबर माह में निधन हो गया. वे दिल्ली परिवहन निगम में कार्यरत थे. वे वहां से सेवानिवृत्त हो चुके थे. वे ऐक्टू से संबद्ध डीटीसी वर्कर्स यूनिटी सेंटर में सक्रिय थे.

कामरेड नेक सिंह और कामरेड के.सी. वर्मा को लाल सलाम!

कामरेड नीलू

का. नीलंजन भट्टाचार्य जो नीलू के नाम से जाने जाते थे, का 47 वर्ष की आयु में 12 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से अचानक निधन हो गया. वे भाकपा-माले के उड़ीसा राज्य कमेटी के सदस्य थे और वर्तमान में कालाहांडी जिले में प्रमुख संगठक के बतौर कार्यरत थे. वे छात्र जीवन से ही पार्टी में पूर्णकालिक कार्यकर्ता के बतौर कार्यरत थे. का. नीलू का असामायिक निधन पार्टी और खेत मजदूर आंदोलन के लिये भारी क्षति है.

कामरेड नीलू को लाल सलाम!

अलविदा स्वामी अग्निवेश 

हम स्वामी अग्निवेश के गुजर जाने से शोकाकुल हैं. 

वे सामाजिक गुलामी और कट्टरता के विरुद्ध जीवन पर्यंत लड़ने वाले योद्धा थे और सभी प्रकार के जन आंदोलनों के साथी थे. वे बंधुआ मजदूरी के खिलाफ संघर्ष में एक प्रमुख योद्धा थे, और इसके लिये उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.

कामरेड अमरीक सिंह को लाल सलाम

25 अगस्त 2020 को हमारे युवा कामरेड अमरीक सिंह समाओं केवल 28 वर्ष की आयु में अचानक हमें हमेशा के लिए छोड़कर चले गए. वे मानसा, पंजाब से थे. साथी को सीने में दर्द के कारण रात 3 बजे गंभीर हालत में मानसा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. 

कामरेड मथुरा पासवान को लाल सलाम!

ऐक्टू के केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य, दिल्ली राज्य उपाध्यक्ष और भाकपा-माले की दिल्ली राज्य कमेटी के सदस्य का. मथुरा पासवान का 67 वर्ष की आयु में 8 जनवरी 2020 को सुबह 5 बजे हृदय गति रुक जाने से अपने पैतृक गांव सिंघाड़ा कोपा (दुल्हिन बाजार, पटना) में निधन हो गया. 

कामरेड सुखदेव प्रसाद को लाल सलाम!

का. सुखदेव प्रसाद भाकपा-माले के शुरूआती दौर के नेताओं में से एक थे. उनका 9 जनवरी 2020 को निधन हो गया. वे अभी भाकपा-माले झारखंड राज्य कमेटी के सदस्य थे और ऐक्टू के राष्ट्रीय पार्षद थे. वे माले के केंद्रीय कंट्रोल कमीशन के भी सदस्य रहे. उनका 2013 में कैंसर का ऑपरेशन हुआ था. करीब माह भर पहले उन्हें कमर और पैर में दर्द की शिकायत शुरू हुई. अंततः 9 जनवरी को दोपहर 1.50 बजे रिम्स में ही उनका 73... वर्ष की आयु में निधन हो गया. 

कामरेड मोहन प्रसाद

का0 मोहन प्रसाद का 28 नवंबर को देहांत हो गया. उनका रिम्स, रांची में इलाज चल रहा था. यहां उनके ब्रेन का ऑपरेशन हुआ था. वे बोकारो से थे. सत्तर के दशक से ही वे भाकपा-माले के पूर्णकालिक कार्यकर्ता के बतौर कार्यरत थे.

पार्टी का विकास, विस्तार ही उनका एकमात्र लक्ष्य था. लंबी बीमारी भी हंसते हुए वे सहन करते रहे और पार्टी कार्य में लगे रहे. का मोहन प्रसाद की पार्टी और जनता के लिये प्रतिबद्धता और कठोर परिश्रम हमेशा प्रेरणा देता रहेगा.

कामरेड मोहन प्रसाद को लाल सलाम!